Wednesday, January 16, 2019

जीत भी तु,तेरी हार भी तु 

जीत भी तु,तेरी हार भी तु
है अगर आग तो पानी भी तु
तेरे हर वार में जिन्दा है तु
तेरी हर साँस पे लिखा फौलादी है तु
तेरा मान भी तु तेरा स्वाभिमान भी तु
तेरी हर वीरता पर लिखा अभिमान भी तु
है अगर मिट्टी भी तो जड़ें फैला अपनी ,
ना रचे फिर कायरी इतिहास कोई
ये जंग ए एलान कर तु
भाग्य भी तु विधाता भी तु
देश की खींची लकीरों का नसीब भी तु
बेड़ियों से बंधा भी तु आजाद परिंदा भी तु
पंखो से तेरी देश की उड़ान भी तु
तेरी रग भी तु ,रग का बहता लघु भी तु
दौड़े जो परवाह देश की वो भी तु
उद्धार भी तु ,आधार भी तु
अंगारे जो बरसा दे वो
दुश्मन का काल भी तु
तेरी रूह का लिबास भी तु
ध्वज तिरंगा  जो मिल जाये
तो है स्वर्ग की शान भी तु
स्वंय प्राण की चेतना है यही 
कि है एक भारतीय तु 
है एक भारतीय तु 
जय हिन्द जय भारत !!


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